महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना जांजगीर-चांपा जिले में शिकायतों के बोझ तले दब गई है। कई गांवों से योजना के कार्यो में अनियमितता की शिकायतें मिल रही है। वहीं मस्टररोल व कार्य में गड़बड़ी उजागर होने पर जिला पंचायत सीईओ ने हाल ही में पांच ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव के खिलाफ एफआईआर के निर्देश दिए हैं।
जिले में महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना का बुरा हाल है। सरकारी एजेंसियों के कछुआ चाल तथा जनपद पंचायतों द्वारा काम में रूचि नहीं लिए जाने से जहां स्वीकृत कार्य अधूरे हैं, वहीं जिले के ज्यादातर ग्राम पंचायतों से मिल रही अनियमितता की शिकायत ने योजना का बंठाधार कर दिया है। चालू वित्तीय वर्ष में योजना से संबंधित 69 शिकायतें मिली है, जिसमें से 45 शिकायतों का निराकरण किया गया है। वहीं फर्जी मस्टर रोल और आर्थिक अनियमितता पाए जाने पर कटघरी, मेहंदा, नेगुरडीह, बाराद्वार और टेमर ग्राम पंचायत के सरपंच व सचिव के खिलाफ एफआईआर के निर्देश भी दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष योजना के तहत् कुल 1170 कार्य स्वीकृत किए गए है, जबकि पिछले वर्ष के शेष 2121 कार्यो को भी चालू वित्तीय वर्ष के कार्यो में समायोजित किया गया है।
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