रोजगार गारंटी योजना के काम में पसीना बहाने वालों को मजदूरी पाने के लिए भले ही महीनों तक मशक्कत करनी पड़ती होगी, लेकिन नवागढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत सेमरा में सरपंच व रोजगार सहायक ने बड़ी आसानी से मस्टररोल में मृतक तथा नाबालिगों का नाम दर्ज कर राशि आहरित कर ली है। इस काम में डाकघर के कर्मचारियों ने भी बराबर का सहयोग दिया है।
जांजगीर-चांपा जिले के नवागढ़ विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सेमरा में महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत् सड़क निर्माण व तालाब गहरीकरण का काम कराया गया है। इसमें सरपंच, रोजगार सहायक व डाकपाल द्वारा भारी गड़बड़ी किए जाने की बात सामने आई है। सूचना के अधिकार के तहत् ग्रामीणों द्वारा निकाले गए दस्तावेज में रामशिला बाई पिता गांधीलाल को वयस्क बताकर उसके नाम पर जाब कार्ड 0063 जारी किया गया है, जबकि स्कूल रिकार्ड में दर्ज जन्मतिथि के आधार पर वह नाबालिग है। इसी तरह स्कूल के रिकार्ड में मधु साहू पिता उत्तराकुमार साहू की जन्मतिथि 1 सितम्बर 1994 तथा सरोजनी पिता गोरेलाल तेली की जन्मतिथि 16 जून 1993 दर्ज है, जो नाबालिग है। फिर भी उनके नाम पर जाबकार्ड जारी कर राशि आहरित की गई है। वहीं विपिन कुमार चौबे वर्तमान में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था डभरा में विद्युतकार का प्रशिक्षार्थी है, जिसे 24 से 28 फरवरी तक रोजगार गारंटी योजना के मस्टररोल में मजदूरी करना बताया गया है। जिस अवधि में विपिन से काम लेने का उल्लेख किया गया है, उस अवधि में वह डभरा में प्रशिक्षण ले रहा था। मस्टररोल में गांव से बाहर रहने वाले विश्वनाथ पिता लखन, अनिता पति विश्वनाथ, विजय कुमार पिता लखनलाल तथा कमला पति विजय कुमार का नाम भी दर्ज किया गया है, जबकि वे ग्राम सेमरा से 18 किलोमीटर दूर ग्राम केरा में निवास कर रहे हैं। यही नहीं मनूराम पिता देवनाथ की मौत 22 फरवरी 2009 तथा अर्जुन पिता कन्हाई की मौत 27 अगस्त 2008 को हो चुकी है, बावजूद इसके दोनों के नाम पर भी जाब कार्ड बनाकर राशि हजम कर ली गई है। कुल मिलाकर ग्राम पंचायत सेमरा में फर्जी मस्टररोल के जरिए लाखों रूपए की हेराफेरी की गई है। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने जनपद व जिला पंचायत सीईओ से कर दी है, लेकिन संबंधित अधिकारी मामले में कार्रवाई करने रूचि नहीं दिखा रहे हैं।
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