दीनदयाल ग्रामीण आवास योजना के तहत् राज्य सरकार द्वारा बसंतपुर गांव के 77 भूमिहीन गरीब परिवारों को दी गई पट्टे की जमीन पर मड़वा-तेंदूभाठा ताप विद्युत परियोजना के अधिकारियों ने जबरिया कब्जा कर भवन निर्माण प्रारंभ करा दिया है। पावर कंपनी प्रबंधन द्वारा राजस्व विभाग से जमीन विधिवत ढंग से अधिग्रहित किए जाने की बात कही जा रही है, जबकि ग्रामीणों के पास राजस्व विभाग द्वारा आबंटित किए गए जमीन के पट्टे का प्रमाण पत्र है। पावर कंपनी की मनमानी से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
बलौदा विकासखंड के ग्राम बसंतपुर में राजस्व विभाग द्वारा दीनदयाल ग्रामीण आवास योजना के तहत् 77 बीपीएल आवासहीन हितग्राहियों को वर्ष 2007-08 में गांव के बाहर दो एकड़ शासकीय भूमि का पट्टा बनाकर दिया गया था। जमीन का पट्टा मिलने के बाद आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण हितग्राही आवास का निर्माण नहीं करा सके। इसका फायदा छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के मड़वा-तेन्दूभाठा ताप विद्युत परियोजना के अधिकारियों उठा लिया। प्लांट प्रबंधन ने ग्रामीणों को धोखे में रखकर उनकी जमीन हथिया ली, जिस जमीन पर कुछ दिनों पूर्व पावर कंपनी द्वारा भवन निर्माण प्रारंभ करा दिया गया है। इसकी जानकारी होने पर पट्टेधारियों ने एसडीएम जांजगीर से मामले की शिकायत की, तब उन्होंने मड़वा प्रोजेक्ट के अधिकारियों के साथ हितग्राहियों की बैठक लेकर उन्हें दूसरी जगह जमीन देने का आश्वासन दिया। मगर कुछ दिन पूर्व ही पावर कंपनी के अधिकारियों ने ग्रामीणों को कही भी जमीन नहीं देने की बात कहते हुए राजस्व विभाग का रास्ता दिखा दिया है। इस मामले में पावर प्लांट प्रबंधन के अधिकारी ग्रामीणों से बात करने को भी तैयार नहीं है। वहीं राजस्व विभाग के अधिकारियों ने भी ग्रामीणों की शिकायत सुनने से इंकार कर दिया है। ऐसे में मजबूरन अपने हक के लिए पट्टेधारियों को धरने पर बैठना पड़ा है। धरने पर बैठे बसंतपुर के पंच राकेश कुमार साहू, सुरेश कुमार साहू व अन्य ग्रामीणों ने पत्रिका को बताया कि पट्टे की जमीन को पावर कंपनी द्वारा जबरिया कब्जा किया गया है। पूर्व में कंपनी के अधिकारियों ने दूसरे स्थान पर हितग्राहियों को जमीन देने का वादा किया था, लेकिन अब वे अपनी बात से मुकर रहे हैं। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि कंपनी के अधिकारियों ने उन्हें थाने में एफआईआर दर्ज कराने की बात कहकर धमका रहे हैं। बहरहाल प्रभावित ग्रामीणों ने राजस्व विभाग व पावर प्लांट के अधिकारियों पर गरीबों के सर से छत छीनने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने अपनी मांगों के समर्थन में सरकार के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
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