नए वित्तीय वर्ष से शराब दुकान हटाने के लिए एक पखवाड़े से लामबंद नवागढ़ के नागरिकों व महिला जनप्रतिनिधियों ने रविवार को प्रशासन के खिलाफ नगर बंद का ऐलान किया है। आंदोलित महिलाओं का कहना है कि वे अपना विरोध प्रदर्शन तब तक जारी रखेंगी, जब तक नगर में शराब दुकान बंद नहीं की जाएगी। शराब दुकान के विरोध में यदि उन्हें जेल जानी पड़ेगी, तो भी वे तैयार हैं।
छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के नवागढ़ नगर पंचायत क्षेत्र से शराब दुकान हटाने की मांग को लेकर नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमति कीर्ति केशरवानी के नेतृत्व में जांजगीर में 13 फरवरी को रैली निकाल जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था, जिसमें नवागढ़ की शराब दुकान बंद किए जाने की मांग कलेक्टर से की गई थी। नागरिकों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को आगाह किया था कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं होगी तो वे लगातार आंदोलन जारी रखेंगे। एक सप्ताह बाद जिला प्रशासन से किसी तरह की पहल नहीं होने पर शराब दुकान के खिलाफ नगर पंचायत कार्यालय के सामने महिलाएं अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल एवं धरने पर बैठ गईं। उसके बावजूद प्रशासन ने हड़तालियों की सुध नहीं ली और न ही उनकी मांगों पर कोई विचार किया, जिससे आक्रोशित महिलाओं ने अपने आंदोलन को तेज करते हुए रविवार को नगर बंद का ऐलान किया है। इस आंदोलन में जनपद अध्यक्ष शकुंतला साहू, भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष राजशेखर सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी लामबंद हैं। आंदोलन का नेतृत्व कर रही नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कीर्ति केशरवानी ने बताया कि नगर बंद के बाद भी शासन पर कोई असर नहीं होता है तो महिलाएं जेल भरो आंदोलन भी करेंगी। अब नगर पंचायत क्षेत्र से शराब दुकान को बंद कराकर ही महिलाएं दम लेंगी।
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