महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी पारी और गंभीर की 97 रनों की पारी की बदौलत भारत ने श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर 10वें आईसीसी क्रिकेट वर्ल्डकप पर कब्जा कर लिया है। भारत ने 1983 का इतिहास दोहराते हुए पिछले 28 सालों के सूखे को खत्म किया है।
भारत अपनी धरती पर वर्ल्डकप जीतने वाला पहला देश बन गया है। धोनी के धुरंधरों की ऎतिहासिक उपलब्घि से पूरा देश जश्न में डूब गया है। कप्तान धोनी ने विजयी छक्का जड़ते हुए टीम को ऎतिहासिक उपलब्घि दिलाई इसके साथ ही पूरा वानखेड़े स्टेडियम खुशी से झूम उठा। जीत के बाद सभी खिलाडियों ने मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को कंधे पर बिठाकर मैदान में घुमाया। यह तीसरा मौका है जब किसी टीम ने फाइनल मुकाबले में लक्ष्य का पीछा करते हुए खिताब हासिल किया है। कप्तान धोनी को मैन ऑफ द मैच जबकि टूर्नामेंट में ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब दिया गया।
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए महेला जयवर्घने के शानदार शतक और संगकारा के 48 रनों की बदौलत की बदौलत 50 ओवर में 6 विकेट पर 274 रनों का स्कोर खड़ा किया। चुनौतीपुर्ण लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत को सचिन और सहवाग के रूप मे दो बड़े झटके लगे लेकिन गौतम गंभीर की सूझबूझ भरी 97 रनों की पारी और धोनी की नाबाद 91 रनों की कप्तानी पारी की बदौलत भारत ने यह लक्ष्य 48.2 ओवर में हासिल कर लिया। टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने नाबाद 91 रनों की साहसिक पारी से टीम इंडिया को ऎतिहासिक सफलता दिलाई। धोनी ने 49वें ओवर में कुलशेखरा की गेंद पर लॉन्ग ऑन पर छक्का जड़कर जीत का जश्न मनाया। इसके बाद धोनी और युवराज ने स्टंप्स को उखाड़कर खुशी मनाते हुए पैवेलियन की और दौड़े। इस जीत के साथ ही रिकॉर्डधारी सचिन तेंदुलकर अधूरा सपना पूरा हो गया। तेंदुलकर इससे पहले 5 वर्ल्डकप में शिरकत कर चुके थे लेकिन वे चैंपियन टीम का सदस्य नहीं बन पाए थे। ऎतिहासिक जीत दर्ज होते ही साथसी खिलाडियों ने सचिन को कंधों पर बिठाकर पूरे मैदान में घुमाया। इसके साथ ही साथी खिलाडियों ने सचिन के लिए वर्ल्डकप जीतने का वादा भी निभाया। सचिन ने कहा कि अब उनका सपना पूरा हो गया है।
हर खिलाड़ी को 1-1 करोड़ रूपए
विश्वकप जीतने वाली टीम इंडिया के हर खिलाड़ी को एक-एक करोड़ रूपए, सपोर्टिंग स्टाफ को 50-50 लाख रूपए तथा हर चयनकर्ता को 25-25 लाख रूपए मिलेंगे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने यह राशि दिए जाने का ऎलान फाइनल मैच जीतने के तुरन्त बाद किया।
कप्तान महेंद्र धोनी मैन ऑफ द मैच
फाइनल मैच मे 91 रनों की नाबाद पारी खेलने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को शानदार पदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच दिया गया। जबकि पूरे टूर्नामेंट में हरफनमौला प्रदर्शन करने वाले युवराज सिंह को मैन ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब दिया गया। युवराज ने बल्ले के साथ साथ गेंद से भी कमाल दिखाया और पांचवें गेंदबाज की कमी पूरी की। युवराज ने 9 मैचों में 90.50 की औसत से 1 शतक और चार अर्घशतकों की मदद से 362 रन बनाए जबकि 25 की औसत से 15 विकेट भी चटकाए।
धोनी के वनडे करियर के 6000 रन पूरे
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ फाइनल मुकाबले में वनडे करियर के 6000 रन पूरे कर लिए। धोनी ने मलिंगा की गेंद पर पर अपनी पारी का 42वां रन लेते ही यह उपलब्घि हासिल की। धोनी ने बांग्लादेश के खिलाफ दिसंबर 2004 में अपने वनडे करियर की शुरूआत की थी। धोनी के करियर का 185वां मैच है। उनकी करियर औसत 27.30 की है। गौतम गंभीर ने श्रीलंका के खिलाफ फाइनल मुकाबले में एंकर पारी खेलते हुए 24 वां रन लेने के साथ ही 4 हजार रनों का आंकड़ा छू लिया । गंभीर ने 114 वें मैच मे यह उपलब्घि हासिल की है। गंभीर 9 शतक व 25 अर्घशतक जमा चुके हैं।
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